ट्रांसपोर्ट लेयर सिक्योरिटी (Transport Layer Security)

यह क्या है

ट्रांसपोर्ट लेयर सिक्योरिटी (टीएलएस) एक प्रोटोकॉल है जिसे नेटवर्क पर संचार को बढ़ी हुई सुरक्षा प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह इंटरनेट पर भेजे गए डेटा की सुरक्षित डिलीवरी सुनिश्चित करता है, जैसे डेटा की संभावित निगरानी या परिवर्तन से बचाव। यह प्रोटोकॉल मैसेजिंग, ई-मेल आदि जैसे अनुप्रयोगों में व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।

यह किस समस्या का समाधान करता है

टीएलएस के बिना, ब्राउज़िंग आदतें, ई-मेल पत्रचार, ऑनलाइन चैट और कॉन्फ्रेंसिंग कॉल जैसी संवेदनशील जानकारी ट्रांसमिशन के दौरान दूसरों द्वारा आसानी से पता लगाई और संशोधित कि जा सकती है। टीएलएस का समर्थन करने के लिए सर्वर और क्लाइंट एप्लिकेशन को सक्षम या इनेबल करना यह सुनिश्चित करता है, ता की उनके बीच प्रसारित डेटा गोपित रहे और डेटा तीसरे पक्ष द्वारा देखने योग्य ना हो।

यह कैसे मदद करता है

टीएलएस एन्कोडिंग तकनीकों के जोड़ का उपयोग करता है जो नेटवर्क पर डेटा संचारित करते समय सुरक्षा प्रदान करते हैं। टीएलएस क्लाइंट एप्लिकेशन और सर्वर, जैसे वेब ब्राउज़र और बैंकिंग साइट के बीच एन्क्रिप्टेड कनेक्शन की अनुमति देता है। यह क्लाइंट एप्लिकेशन को उस सर्वर की सकारात्मक रूप से पहचान करने की भी अनुमति देता है जिस पर वे कॉल कर रहे हैं, जिससे ग्राहक द्वारा किसी धोखाधड़ी वाली साइट से बात करने का जोखिम कम हो जाता है। यह सुनिश्चित करता है कि तीसरे पक्ष में टीएलएस का उपयोग करके अनुप्रयोगों के बीच प्रसारित डेटा को देखने और निगरानी करने में असमर्थ हो। जो संवेदनशील और निजी जानकारी जैसे क्रेडिट कार्ड नंबर, पासवर्ड, स्थान आदि की सुरक्षा करता है।


अंतिम बार संशोधित April 14, 2025: [es] Merge main into dev-es (#3452) (dbb283b)